#MessageOfTheDay सुबह की पहली किरणें हों और तू मिल जाए तो क्या कहना अदरक, इलायची की खुशबू हो तुलसी डल जाए तो क्या कहना मीठे एहसासों की बेख़याली में शक्कर घुल जाए तो क्या कहना इंतज़ार की घड़ियां ठहरी हों धीमी आंच पके तो क्या कहना खाली कुल्हड़ के एक प्याले में चाय डल जाए तो क्या कहना एक सोंधी-सोंधी सी खुशबू हो चुस्की का जाम लगे तो क्या कहना सुबह की पहली किरणें हों और तू मिल जाए तो क्या कहना रोहित मिश्रा 'हीरू' ©Rohit Mishra https://cutt.ly/5nETiZM #Messageoftheday #tea_lover #Fondness #चाय #शक्कर #सुबह_की_चाय #सोंधी_सी_खुशबू