कोई कब तक सहे, बेवफ़ा यार के साथ आखिर कब तक रहे । वो झूठी मोहब्बत तेरी, वो दिल का फरेब तेरा । वो मासूम स चेहरा तेरा और दिल मे किसी गैर की चाहत तेरी । कोई कब तक सहे । आख़िर मेरा भी तो दिल ही है। तेरे हर फरेब को सच मानता चला। जानके भी तेरे झूठ को में अंजान बना रहा । पर अब तू ही बता कब तक सहे ? बेवफ़ा यार के साथ आखिर कब तक रहे ? #brokenheart #mrshabdkaar