झाँसी की रानी एक वीरांगना,जन्मी भारती के अंगना सरल लगता कार्य जिसे दुश्मनों को नाकों चने चबाना ऐसी सुपुत्री का जन्म होता रब्ब के करमों से ऐसे फरिश्तों का यहाँ, होता बहुत कम है आना बन गई हर भारतीय के फख्र की निशानी एक खूबसूरत टीका,जिसे ललाट पे गर्व से है सजाना मिला सौन्दर्य से परिपूर्ण नाम"झांसी की रानी" एक अकेली सौ जितनी,सामने हो रकीब नाना भय से कोसों दूर,अभय की दीवानी देख जिसका क्रोध,मुश्किल होता प्रत्यक्ष खड़ा हो पाना ऐसी वीरता की प्रतीक लक्ष्मीबाई को मेरा शत्-शत् नमन बन्दगी में जिसकी चाहता है दिल झुक जाना ऐसी वीरांगना की गाथा को,जो बैठ जाऊँ लिखने पुस्तकों का अम्बार लग जाएगा मैेनें तो बस कुछ शब्द उकेर दिये हुई हो कोई खता तो दिल से ना लगाना रकीब-दुश्मन #nojotohindi#MeriKalamSeRajSargam##झांसीकीरानी#वीरांगना#देशकागर्व