नज़र उठी जो ताज-ए-हिंद पे, सीने मे शमशीर दे दें... खैरात में नही मिली ये ज़मीन, जो हम कश्मीर दे दे... लश्कर-ओ-लहू से सजाया है हमने सुन लो दुनिया वालों ज़िद मे झूमते रांझे है हम , कहो कैसे अपनी हीर दे दे? #KargilDivas #IndianArmy #Respect