#Homosexuality (Complete poem is in caption) बेबाक मोहब्बत की थी उन्होंने.. वो रिश्ता कुछ यूँ था की तोड़े ना टूटे छोड़े ना छूटे.. वो अपनी हर बात उसे बेवजह बिना डरे बता दिया करती.. उसकी बाहों में लिपट कर अपना दर्द बहा दिया करती.. दोनों एक दूसरे के प्यार के आगोश में कब खो जाते पता ही नहीं चलता.. उन्हें भी मोहब्बत थी, हाँ उन्हें भी मोहब्बत थी हमारे और आपके जैसी.. वो साथ रहने के वादे भी करते और एक दूसरे का सुख दुःख बाटते..