दुनिया के मेले कोई कोई है झेले। पसंद थे उन्हें केले,जैसे देखे ठेले। बोले ले ले,मैंने बेले, पर्स घर भूले। इश्क में झमेले,चल इधर से निकले।। 🌝प्रतियोगिता-70 🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"दुनिया के मेले"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I