कई रातें गुजरी है माँ के आँचल में खर्राटे ले कर, आज कई रातें बीत जाती है वही आँचल को याद कर। पता न था जो आँचल कभी एक कपड़े का टुकड़ा था, वह कभी सहलाएँगे एक ज़रूरत बन कर ।। #मां_तेरा_कोई_मोल_नही #lovemother