इन बेजुबान दर्द से वाकिफ होना दर भी तो था इनको भुलाए आगे बढ़ना हसी मज़ाक में तो दिन गुजर ता रात में तो जज़्बात बनके आसूं बहता संभाला तो था खुदको हर वक़्त, हर एक मोड़ पर तमन्ना तो था हर एक जज़्बात बयान करने पर खुश किस्मत वो नहीं होते जो हालातों से डरते है क़िस्मत तो उनका चमकता है जो आंसू छिपाके के हस्ते है... मुश्किल तो था... Do follow me on instagram 👉@ankitkumarath Found Relatable? 🌸🌼 Like share and turn on notification 🔔 #मुश्किलतोथा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi