कैसे जाऊं में उसके घर उस रूठे को मनाने के लिए वक़्त निकालता हूं वापस में अपने घर जाने के लिए उलझा रक्खा है ज़िन्दगी ने कुछ इस तरहा से मुझको आराम छोड़कर निकलता हूं आराम कमाने के लिए R R #II Tkavyanjali