मुझे अपने पैरों की पाजेब की झंकार बनाओगी क्या । तुम मेरे लिए अपना घर छोड़कर आओगी क्या । इस मोहब्बत को रिश्तो की डोर में बांधकर । सात फेरों की रस्म निभाओगी । क्या कहीं बदनाम ना कर दे ये जमाना हमारी मोहब्बत को । शादी के पवित्र रिश्ते में बांधकर हमारी मोहब्बत को उसके मुकाम तक पहुंच जाओगे क्या। मुझे अपने पैरों की पाजेब की झंकार बनाओगी क्या ।....रवि गप्ता(RT) Like U RT by Ravi Gupta(RT)