संवेदना के आंगन में जब क्रूरता घर कर जाती हैं मर जाती हैं शुचिता और कर्मण्यता मर जाती हैं करूणा,वेदना, हो गये मनुज स्वभाव के विलोम मनुष्य के इन कृत्यो से तो पशुता भी ड़र जाती हैं।। लोकेंद्र की कलम से ✍️😔 #RIPHUMANITY#लोकेंद्र