मैं अनिश्चिताओं का खुले हृदय से आलिंगन करता हूँ, मैं स्वयं को 'परिवर्तन प्रवाह' को समर्पित कर संतुष्ट हूँ, भय को जय करने की युक्ति है,प्रभु निश्चय की परख है यह, मैं आत्मा तो पवित्रता,आंनद,निर्भयता,सत्य से अब पुष्ट हूँ, लोभ,आकर्षण,मोह शक्तिहीन है मुझे नियंत्रित करने में, अंतहीन हूँ, स्वतंत्र विचरण करने वाली निर्भय आत्मा हूँ, देह की स्मृति मात्र नही रही अब,आंनदित हूँ,न्यारी हूँ अब, भरपूर हूँ, शक्तिशाली हूँ,हर तरह से तृप्त हूँ,पूर्णतया तुष्ट हूँ शक्तिशाली भव:🤚 #yqbaba #yqdidi #शक्तिशाली #अनिश्चितता