ना मैं कोई श्रेष्ठ, और ना श्रेष्ठतम की पुंज हूं। बस सरल हूं और सहज, एक आत्मा की गूंज हूं। आस्था और प्रेम का, प्रमाण मिलना है कठिन। देना पड़े गर साक्ष्य, ऐसी आस्था को तंज दूं। विश्वास का जो भाव है, जागृत है होता आत्म से। जब आप ही साक्षी बने, फिर क्यों कहीं वर्णन करूं। "संवेदिता" #samvedita💌 #angerInMe #angerInMe #samvedita💌 #baseksoch✍️