चुप रहना भी हम चाहते नहीं, कुछ कहना भी हम चाहते नहीं, तो फिर इस दुनिया से आखिर क्या चाहते हैं हम...। पाना चाहते हैं प्यार मगर, प्यार देना हम चाहते नही, तो फिर इस दुनिया से आखिर क्या चाहते हैं हम...। गुनाहों की अपने चाहते हैं माफी, पर औरों को माफ करना चाहते नहीं, तो फिर इस दुनिया से आखिर क्या चाहते हैं हम...।। खुद चाहते हैं सारी खुशियां मग़र, औरों को खुश देखना चाहते नहीं, तो फिर इस दुनिया से आखिर क्या चाहते हैं हम...। अपना हक़ जताना चाहते हैं मग़र, अपना फ़र्ज़ निभाना चाहते नहीं, तो फिर इस दुनिया से आखिर क्या चाहते हैं हम...। एक अंधी दौड़ में भागे जा रहे हैं भागे जा रहे हैं। आखिर क्या चाहते हैं हम? Collab करें YQ Didi के साथ। #क्याचाहतेहैं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine