#OpenPoetry झुकता नहीं तो काट ले सर मेरा ज़िन्दग़ी... मुझसे मेरे ग़रूर की क़ीमत वसूल कर।। ©Sarfaraj idrishi #झुकता नहीं तो #काट ले सर मेरा #ज़िन्दग़ी... #मुझसे मेरे #ग़रूर की #क़ीमत #वसूल कर।।#sarfaraj #Sarfaraj # #OpenPoetry udass Afzal Khan Anshu writer