*कड़कती धूप से आकर पेड़ की छांव में बैठा था,* *मायूस किसानों को देखकर लगा किसी गाँव में बैठा था।* *सौ बाल्टी से नहाने वाला शख्स,* *सूखी नदी में नाँव में बैठा था।* #कड़कती धूप से आकर पेड़ की छांव में बैठा था,* #मायूस #किसानों को देखकर लगा किसी गाँव में बैठा था।* *सौ बाल्टी से नहाने वाला शख्स , *सूखी नदी में नाँव में बैठा था।* #nishantjhashayri #nishantjha #yqbaba #yqhindi #yqshayri