पता है मुझे यह जीवन बड़ा अनमोल है पर इस जीवन को उदासीन कर दिया है मानती हूं मैं जीवन मरण का सयोंग हैं जानती हूं मैं कोई भी अछूता न रहा हैं इस बड़ी सी दुनिया के भव सागर में वह बचपन बड़ा ही मेरा प्याराअच्छा था बस मां और पिता का साथ अच्छा था कोई रोता कोई हंसता उनसे नासमझ थी बस केवल अपने ही हाल में मस्त थी समझदारी का क्या अब दौर सा चला दर्द होने लगा जब अपना कोई छोड़ चला किसी ने अपने स्वार्थ के लिए हमे छोड़ दिया किसी ने इस दुनियां को छोड़ मुंह मोड़ लिया हम उनकी जिदंगी की दुआ करते रह गए और सब मिल एक एक कर छोड़ गए अब तो जीवन भी हों गया गमगीन हैं अब तो लगता है सभी में कपट का झोल है पता है मुझे ये जीवन बड़ा अनमोल है पर इस जीवन को उदासीन कर दिया है ©Chandrawati Murlidhar Gaur Sharma ये जीवन बड़ा अनमोल है #Jeevan #Nojoto2liner #nojotohindiwriting