बूँद सिर्फ बूँद नहीं हर बूँद से एक कहानी टपकती है💧 पानी की बूँद 💧 जब प्यासे से मिलती है अथाह सागर सी उसे तृप्ति देती है मय की बूंद 💧 जब खाली जाम में छलकती है साकी को मदिरालय सी मदमस्त करती है आंसू की बूंद 💧 जब नयनों से ढुलकती है दर्द की जैसे पूरी कहानी बरसती है बारिश की बूंद 💧 जब बंजर जमीन से मिलती है उम्मीद से हरी हो वो झूमती लहरती है रक्त की बूँद 💧 जब ज़ख्म से रिसती है जिस्म से जिंदगी जैसे दूर खिसकती है ओस की बूंद 💧 जब पत्तों पर टिकती है खूबसरती की अद्भूत परिभाषा कहती है हाँ बूँद सिर्फ बूँद नहीं हर बूँद से एक कहानी टपकती है💧 "इंदु रिंकी वर्मा" #बूंद #पानी #कहानी #NojotoHindi #हिंदी #hindi #kavita #hindikavita