चिराग ए मोहब्बत जो हमने दिल में जलाया फिजा कोई ऐसी ना थी बुझाने की कोशिश ना की जिसने सितम हमपे जमाने ने किया इसपर की खता मेरी सिर्फ मोहब्बत ही थी। खाली नही कोई इस जहां में मोहब्बत से फिर ये भीड़ कैसी जो मेरे इश्क की कातिल बन खड़ी थी। खिलाफ है जो लोग मोहब्बत के वास्ता उनको मोहब्बत का, जरा बताओ क्या तुमने कभी किसी से मोहब्बत ना की थी जो चाहा हमने उसका साथ उम्रभर के लिए क्या ये भी साबित ना कर सका की मेरी मोहब्बत सच्ची थी। ©Zainab siddiqui #Mohbbat #zainabkishayri #girl