जब हाथ में मेरे जाम था तो तेरी यादों से आंख भर आई मेरे मौहब्बत के नशे को उतारने के चक्कर में शराब भी बर्बाद होने चली आई समझाया था मैंने उसे न लगा तू मेरी लत पर वो खुद मेरी मौहब्बत के नशे से अपना नशा उतारने चली आई ##नहीं उतरेगा मौहब्बत का नशा