माज़ी को माज़ी ही रहने दे... इन लम्हों की कैद में ख़ुद को मत रह जाने दे । आगे सफ़र तेरा इन्तज़ार कर रही है, तू खुद को इनमे बह जाने दे ॥ चल फैला ले अपने पंख, जा तेरे ख्वाबों को ऊंचे आसमान में उड़ जाने दे। यार खोल दे अब खुद को, तू आसमां को अपनी आसियां बन जाने दे ॥ #SPriya ✍️ ©Ajnabii Inherself #Morning #JustGetUpndRunDarling#SPriya #Ajnabii_inherself #Nojoto #MyThoghts #MeriKavita