फव्वारा पवन लोधा न मै सागर हूं न मै दरिया हूं मै तो बस छोटा सा पानी का फव्वारा हूं प्यासे की प्यास बुझाना चाहता हूं - - - प्यार से छुलो तो कमल सा खिल जाऊंगा नफरत से छुलो तो धरती में समा जाऊँगा न मै सागर हूं न मै दरिया हूं - - है ये इंसान की फितरत आसमाँ को छूना चाहता है प्यार का सहारा ना मिले तो फव्वारे सा सिमट जाता है दो दिन जिंदगी को प्यार की खूशबू से खुशनुमा बनाना चाहता हूं मै तो बस छोटा सा पानी का फव्वारा हूं प्यासे की प्यास बुझाना चाहता हूं न मै सागर हूं न मै दरिया हूं @फव्वारा अधिकार आरक्षित पवन कुमार लोधा @जीवन #फव्वारा #प्यास @प्यार