मैं कमजोर पड़ गई हूं... मैं कमजोर पड़ गई हूं... पर मैं कमजोर हूं नहीं... भले आज अकेला महसूस कर रही हूं... पर अकेली मैं हूं नहीं... हां जानती हूं मुश्किल लग रही हैं ये जीवन की राहें अभी पर मुश्किलों को हराना मैं भूली हूं नही... हां अब बोलना छोड़ दिया है पर ऐसा नहीं की बोलना मैं जानती हूं नही... बस ये जंग अपनो की है इसीलिए मैं जल्दी शब्दों के हथियार उठाती नही... पर मजबूर इतना मत करना मुझे क्यों की जब मैं बोलती हूं तो फिर मैं चुप रहती नही... सही को सही और गलत को गलत कहने से पहले मैं झुकती नही... हां रुकतीं हूं तब तक जब तक संभाल सकती हूं... इसीलिए मजबूर इतना मत करना की फिर मैं रुक पाऊं नही... क्यों की मैं अगर कहूं तो सह पाओगे नही, सच कहूंगी ना तो चुभने लगेगी कानों में, फिर कही ये मिथ्या की बातों से दिल बहला पाओगे नही, मैं चुप हूं तो रहने दो, कहूंगी तो सुना जायेगा नहीं, खामोशियों में आंखे नम हैं ना मेरी चीखकर रोने लगी न, तो सेहलाब आजाएगा और फिर जितना कुछ बिखरा है वो बह ही जाएगा समेट भी पाओगे नही... क्यों की मैं कमजोर पड़ गई हूं... पर मैं कमजोर हूं नही... मैं कमजोर पड़ गई हूं... #mywritingmywords #mywritingmythoughts #yqdidi #yqbaba #yqhindi #yqhindiwriters #beingmytrueself #iamalive