अंतर्द्वंद मन में उठ रहा तूफ़ान है, सारे रास्ते पड़े वीरान हैं, ख़्याल को कैसे काबू करें, दिल की बस्तियां वीरान हैं, ऐसे में क्या करे कोई? #सांझ_के_लिए #सांझ_के_लिए अंतर्द्वंद मन में उठ रहा तूफ़ान है, सारे रास्ते पड़े वीरान हैं, ख़्याल को कैसे काबू करें, दिल की बस्तियां वीरान हैं, ऐसे में क्या करे कोई.????? ऐसे में कोई साथ नहीं होता,