बदले हुए जनाब है, क्या कीजे बहुत दूर अफताब है, क्या कीजे मुहब्बत मिटाना आसान नहीं होता कटों में खिले गुलाब है, क्या कीजे बदले हुए #जनाब है, क्या कीजे बहुत दूर #अफताब है, क्या कीजे #मुहब्बत मिटाना आसान नहीं होता #कटों में खिले #गुलाब है, क्या कीजे #newplace #PoetryOnline