पर केह नहीं पाया ! प्यार की खूबी ; यूं सह नहीं पाया ! याद रखना मुझे । नाकाम हूं मै ! बस अब तो रहनुमा ; इश्क़ खुदाई है मेरी ! गुलज़ार साहब कहते हैं- "ख़ामोशी का हासिल भी इक लम्बी सी ख़ामोशी है" इसलिए ख़ामोशी अच्छी बात नहीं। वरना एक शिकायत रह जाएगी ख़ुद से कुछ कहना तो था.. Collab करें YQ Didi के साथ।