♥ ️प्यार के #जज़्बात को वो क्या खूब समझती है एक वो ही है जो मुझे अपना #महबूब समझती है मेरी खुशी में ही वो अपनी #खुशी मानती है मेरे हँसते चेहरे को वो #आईना समझती है 🅰️ ♥️जब कभी भी की मैंने उससे #रूठ जाने की बात इस बात को वह केवल #दिवास्वप्न समझती है सारी चमक फीकी है जिसके #सौन्दर्य के सामने इश्क़ को मेरे चमकता हुआ #नगीना समझती है 🅰️ ♥️ निरंतर बहती रहती है जिसका कोई #अंत नहीं मुझे वो प्रेम की स्वच्छ पवित्र #गंगा समझती है सच्चे दिल से चाहा है मुझे मेरी #प्रेयसी ने ऐसे जैसे मुझको #कन्हैया ख़ुद को #राधा समझती है 🅰️ ❤sarkaar 👸 #EscapeEvening