आज फिर तू कुछ बदली सी नजर आ रही है पगली तेरी खामोशी ना जाने क्यूँ कहर ढा रही है आज फिर मेरी नजर तेरी कलाई पर है पडी काबिले तारीफ है तेरी नयी #घडी तुझे देखकर दिल को लाख समझाता हूँ फिर भी तेरे ख्बाबो में डूबा जाता हूँ तुझसे नजरे मिलाकर मैं खुद पर काबू नही पा पाता हूँ ................. #जलज_कुमार® #Ghadi_wali_topper