मुद्दतों से तलाश सुकून की कर रहा हूँ जाने इस हाल में कब से मैं जी रहा हूँ मुकद्दर को दोष दूँ या खुद से ख़फ़ा हूँ रहूं प्यासा मैं या ज़हर को अंग लगा लूँ #dard #pyaas #सूकून #अल्फाज_ए_कृष्णा #painful #dard_e_dil