रात के अंधेरे को चीर कर लड़े हैं । दुनिया के हर ताने को सह कर पढ़े हम ।। लड़की हूँ , क्या करूँगा पढ़ कर । ऐसी बातें को सुन सुन थके नही हम ।। कान पर पर्दा डालने की जिद पर । अपनो के सपनो की उम्मीद पर ।। पढ़ते रहते थे हम । आज तब जाकर कुछ बन पाए हम ।।। #संघर्ष_मेरा