जो बयां करना था हाल-ए-दिल उनसे रह नहीं पाए यूं जो छोड़ कर वो चले गए बना है नासूर वो जो जख्म दिया था उनकी रुसवाई ने सह नहीं पाए ये जो दर्द दिया है मेरी तन्हाई ने एक शिकायत है ख़ुद से बात नहीं कह पाए उस से कितनी बातें थीं कहने की इस ख़याल को अपने शब्दों में ढालें। Collab करें। #कहनहींपाए