दर्द से भरे यह मौसम , ख़ुशगवार भी हो सकते है ख़ुशी से आए अश्क़ के कतरे ज़ार ओ कतार भी हो सकते है तेरे मुताबिक हम है , सफ़ ए अव्वल के परहेज़गारों के मानिन्द तेरे ही मुताबिक हम सफ़ ए अव्वल के गुनाहगार भी हो सकते है ज़ार ओ कतार = विलाप करना, रोन-चिल्लाना #teremutabiq #collab #yqbhaijan #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Bhaijan