ए चांद मत इतरा इतना तेरी खूबसूरती भी इतनी नही जितनी मेरे महबूब की है। चांद ने कहा ,इतरा नही रहा ईष्या कर रहा कि मुझसे सुंदर तो तुम्हारे घर मे है चांद।