मेरी आंखों से इस कदर ओझल हो गए तुम, जैसे कभी नजर में आए ही नहीं, हम सोच में रह गए की हकीकत में थे भी तुम, या कभी थे मेरे तुम साए ही नहीं ।। जो शख्स कभी ज़िन्दगी का अहम हिस्सा हुआ करते थे, उनके अकस्मात जाने के बाद ऐसा लगता है जैसे उनका होना उस वक़्त उनकी मजबूरी थी। उसका कारण मैं तो नहीं था बल्कि उनकी उस वक़्त की वो टेम्पररी ज़रूरत थी जो चंद वक़्त में ही पूरी हो गई। उनकी कमी बस कभी कभी इसीलिए खलती है क्योंकि उनमें से कुछ ही पल खास थे। अब वो पल याद भी आते हैं तो दुख ना खुशी देते हैं अपनी गलतियों का एहसास दिलाते हैं। #प्यारनहींथा #सीखामैंने #पल #यादें #yqdidi #yqtales #yqdada #penofasoul