I am in the search of खोज में चल दिये थे - कुछ था न अता पता सोच बैठे थे दुनिया हमारे जैसी - क्योकि सब लग रहे थे हमारे जैसे जैसे ही खोज बढ़ती रही - मिला न हमारे जैसा कोई अगर मिल जाता तो - उन मंदिरों के दिये कहा जलते यह इन्शान है जिस दिन छोड़ देगा - स्वार्थ सायद उस दिन दिए मंदिरों की - बजाए दिलो में जलने चालू हो lalitpurohit28