दिल में है बहुत प्यार मेरे लिए, साफ साफ दिखाई देता है तेरी आँखों में, पर क्यों छुपाती है इसे दिल में ही, प्यार है तो प्यार जताया करो कभी कभी, मुझे भी पसंद है कि कोई अपनापन जताये। देखे थे तूने जो अरमान, उसे अपना मान के ही पूरा किया मेंने, तेरे हर एक ख़्वाब को, हकीक़त बनाया मेंने। सीख मुझसे भी कुछ, शहर से दूर प्रकृति के बीच, कैसे किया था मैंने दो घुटनों पर बैठकर, अपने प्यार का इज़हार तुझसे। कभी-कभी प्यार जताना भी, रिश्तो को मजबूत बना देता है, प्यार जताना अनिवार्य नहीं है, लेकिन कभी-कभी साथी की, खुशी के लिए जताना भी उचित है। -Nitesh Prajapati ♥️ Challenge-911 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।