"मेरे ख्याल " परिवारों में फूट पड़ी है सबको अपनी-अपनी पड़ी है । समझ नहीं पा रहे हैं हम तो, आ गई यह कैसी घड़ी है। पहचानो संस्कृति सभ्यता हमारी, जरूरत जिसकी आज बड़ी है।। ©Rajesh vyas #परिवारों _ में एकता आए #Nojoto #MereKhayaal