नन्हे प्रहलाद की भक्ति पिता को रास ना आई, जब हिरण्कश्यप के रूप में उत्पन्न हुई थी बुराई, अपने ही पुत्र को मरवाने की उसने साजिश की, ले रूप नृसिंह का परमात्मा ने स्थापित की अच्छाई। वन में भटक रहे थे राम जब सीता का हरण हुआ, करने बुराई नाश समूल प्रभु राम अवतरण हुआ, बुराई जितनी भी शक्तिशाली हो हार निश्चित है, वह महाप्रतापी दशानन भी प्रभु राम शरण हुआ। द्वापर में कंस ने जब जन पर भीषण अत्याचार किया, स्वयं प्रभु नारायण ने एक ग्वाले का अवतार लिया, देकर जन-जन को पावन गीता का अलौकिक ज्ञान, मुरली वाले की मुरली ने सारे जग का उद्धार कर दिया। माना हर युग में बुराई अपना फन फैलाती है, सच्चाई के पैरों तले मगर हमेशा रौंदी जाती है, असत्य चाहे कितना भी ऊँचा कर ले सिंहासन, सच्चाई देर से ही सही बुराई का नाम मिटाती है। Happy dassehra ❤ #pnpabhivyakti #pnphindi #pnpabhivyakti24 #दशहरा #दशहरा_की_हार्दिक_बधाई