दिखती है अब सूरत मुझको अपने ऐसे हिंदुस्तान की यूं मानव मानव में विकट दोष जात-जात में बटा हुआ धर्म धर्म से पटा हुआ नही पूरी होती गर मांग करनी पड़ती है अब क्रांति उन बेकसूरों का क्या दोष? जो सहते है सब इनके बीच सरकार शून्य सी बनी हुई मूक दर्शक बन जाती है होता है जो हो जाने दो कुछ नही कर पाती है।। #akib #Nojoto #Arakshan