हम खुद ही खुद ही से हार के बैठे यहां है जिसे पाना था उसे खो कें बैठे यहां है उसे रास्ते पे हम हैं जिसे जानते तक नहीं ना मंजिल है ना मंजिल का पता हमको यहां है कभी पूछोगे तो बोलेंगे तुम्हें हम कि किस हाल में अरसे से बैठे यहां है तुझे पाना है और तेरी ही चाहत है हमें जिंदगी की तलाश में हम बैठे यहां हैं कितनी ठोकर लगी है हमको यहां क्या ही कहें कितने पत्थर पड़े हैं रास्तों में यहां हैं क्या मांगू उससे मैं क्या वो मुझे देगा खाली दिलों में नफरतें सबके यहां है आंखों में गर नमी है तो क्या गम है बता बहते हुए दरिया ने तबाह सबको किया है इस आस से ये हमने पूरी रात गुजारी रैना के बाद ही तो सवेरा यहां है कितनी चोटें खाकर ही तो हम यहां पहुंचे उससे बच तो गए हैं लेकिन निशा अब भी यहां है ©Gumnaam जिंदगी ज़िंदाबाद #emotion #artwork #quotes #dance #mood #peace #couple #poetry #sad #heart