ना जोर का रिश्ता होता है ना बस डोर का रिश्ता होता है राखी तो एक दिन आती है ये हर रोज का रिश्ता होता है लड़ना झगड़ना रूठना मनाना फिर कुछ पल में ही प्यार दिखाना शांत रहो कहीं और रहो ये जज्बातों के शोर का रिश्ता होता है॥ हृदयवाणी। श्रीकांत पचहरा #rakshabandhan #bhai_behan #Rakhi #poetry #poem #shayar #shayari #writtenbyme