बात उन दिनों की है जब ग़ुलाब किताबों में खिला करते थे ज़माने के डर से हम ख्वाबों में मिला करते थे.. ©Kavi Kumar Ashok #poetkumarashok #kavikumarashok #hindishayari #kumarashok #Hindistory #hindipoetry #kavita #कविकुमारअशोक #HAPPY_ROSE_DAY