भँवर है किनारा न समझो हमको तीर है निशाना न समझो हमको ख्वाबों के हवाले खत भेजता हु में हकीकत हु फ़साना न समझो हमको आँखो से नही मिलकर दास्तान बयां करेंगे खुला पैग़ाम हु इशारा न समझो हमको करीब से जानोगे तो नशे में डूब जाओगे नादिर है मयख़ाना न समझो हमको पल दो पल नही ज़िन्दगी का साथ चाहिए आशिक़ है परवाना न समझो हमको 'सत्यम' अब भी तुमको इज़हारे-ए-इश्क़ में गुलाब देंगे जाना इतना भी पुराना न समझो हमको - सते हितं सत्यम #satyammalviya#lovequotes#zindagi#ishq#mohobbat#safarnama_e_zindagi