कभी फुरसत मे अपने महबूब से मिलाता हू ,जिस के पन्नों पर मैं लिखता हूं, कलम को रुलाता हूं , आओ तुम्हें कभी फुर्सत में अपने महबूब से मिलाता हूँ #nojoto #love #hindi #poetry