आओ करें एक शाम उजाले के नाम, मिल बैठें अपनाें सगं, थोड़ी सुनें उनकी थोड़ी अपनी कहें, आओ करें एक शाम उजाले के नाम। दिया इक पयार का जलाएं, आओ मिलकर उलफ़त के गीत गाएं, कुछ पल युहीं बेमक़सद से बिताएं, आओ करें एक शाम उजाले के नाम। मिठाईयाें के डबबे चलो आज, सड़क पे बैठे उन बचचों को दे आएं, दिवाली उन सगं इस बार मनाएं, आओ करें एक शाम उजाले के नाम। प्रिय परिवारजनों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं। लेखन वास्तव में उजाले को ही समर्पित होता है। इसी भाव के साथ लिखें एक कविता उजाले के नाम। #शुभदीपावली #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #diwali #उजाले_के_नाम #nanowrimo18 #day4