ज़मीं से बेशक़ उड़ो आसमां तक मग़र रहे याद वहां टिक नहीं पाओगे।। क़दम लौट के आएंगे ज़मीं पर ही ये सोच कर उड़ोगे तो यक़ीनन उड़ने में लुत्फ पाओगे।। गर सच में पंछी बन आसमाँ देखना हैं तो गिरने का दर्द भूलकर, बार - बार उड़ने का प्रयास करना पड़ेगा। . . . #reality #reality_of_life