माना कि तेरे दर पे हम खुद चलकर आये थे ऎ इश्क़ लेकिन दर्द दर्द और बस दर्द ये कहाँ की मेहमान नवाजी है। माना कि तेरे दर पे हम खुद चलकर आये थे ऎ इश्क़ लेकिन दर्द दर्द और बस दर्द ये कहाँ की मेहमान नवाजी है। #Haale#Dil