हादशा बन के कोई ख्वाब बिखर जाये तो क्या हो? वख्त जज़्बात को तब्दील नहीं कर सकता || दूर हो जाने से ये एहसास नहीं मर सकता || ये मोहब्बत है दिलो का रिश्ता || ये मोहब्बत है दिलो का रिश्ता || ऐसा रिश्ता जो सरहदों मै कभी तब्दील नहीं हो सकता || तू किसी और की रातो का हसीन चाँद सही मेरे हर रंग में शामिल तू है || तुझे रोशन है मेरे ख्वाब मेरी उम्मीदे || तू किसी भी ऱाह से गुजरे मेरी मज़िल तू है || Ashuman Sai Yogi ravaldev