सुन भाई.... पंख "परिंदों" पर ही अच्छे लगते हैं, "इंसानों" के निकले तो समझो बर्बादी शुरू हो जाती है। ©Sarfaraj idrishi #WalkingDown पंख "परिंदों" पर ही अच्छे लगते हैं, "इंसानों" के निकलते ही बर्बादी शुरू हो जाती है।