मुझे ख़ामोशी को सुख़न-साज़ देनी पड़ी ख़्वाब को हौसले की परवाज़ देनी पड़ी जब मुझे तन्हाइयों ने घेरा था हादी तब मुझे खुद को आवाज़ देनी पड़ी ~अब्दुल हादी #imhadi149